किडनी खराब होने के लक्षण:
किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षण अक्सर हल्के होते हैं, लेकिन समय के साथ ये गंभीर हो सकते हैं। मुख्य लक्षणों में शामिल हैं:
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सूजन (Edema):
चेहरे, पैरों और टखनों में सूजन होना। -
मूत्र में बदलाव:
- मूत्र का रंग गहरा या झागदार होना।
- पेशाब की मात्रा में कमी या बढ़ोतरी।
- बार-बार पेशाब आना, खासकर रात में।
- पेशाब करते समय जलन या दर्द।
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थकान और कमजोरी:
किडनी ठीक से फिल्टर नहीं कर पाती, जिससे विषैले पदार्थ शरीर में जमा होते हैं और कमजोरी महसूस होती है। -
त्वचा में खुजली और सूखापन:
शरीर में टॉक्सिन बढ़ने से त्वचा में खुजली और सूखापन होता है। -
मुँह से बदबू और धातु जैसा स्वाद:
खून में यूरिया की मात्रा बढ़ने से मुँह का स्वाद बिगड़ सकता है। -
भूख में कमी और उल्टी:
पाचन तंत्र प्रभावित होने के कारण भूख नहीं लगती और मतली या उल्टी हो सकती है। -
सांस फूलना:
फेफड़ों में फ्लूइड भरने या एनीमिया के कारण सांस लेने में दिक्कत होती है। -
हाई ब्लड प्रेशर:
किडनी खराब होने पर ब्लड प्रेशर नियंत्रित नहीं रहता।
किडनी खराब होने का देसी इलाज:
घरेलू उपचार और आयुर्वेदिक नुस्खे किडनी की सेहत को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं, लेकिन गंभीर स्थिति में डॉक्टर से परामर्श आवश्यक है।
1. तुलसी (Holy Basil):
तुलसी के पत्ते का रस और शहद मिलाकर रोज सुबह खाली पेट लेने से किडनी को फायदा होता है।
2. धनिया और अजवाइन का पानी:
धनिया और अजवाइन को पानी में उबालकर छान लें। यह किडनी को डिटॉक्स करने में मदद करता है।
3. गिलोय (Giloy):
गिलोय का काढ़ा किडनी को स्वस्थ रखता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
4. नींबू पानी:
नींबू का रस शरीर को डिटॉक्स करता है और किडनी की सफाई में मदद करता है।
5. करेला (Bitter Gourd):
करेला का जूस किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
6. पपीते के बीज का पाउडर:
सूखे पपीते के बीज का पाउडर बनाकर रोजाना एक चम्मच पानी के साथ लें।
अन्य सुझाव:
- नमक और प्रोटीन का सेवन कम करें।
- खूब पानी पिएं (यदि डॉक्टर ने पानी सीमित करने को नहीं कहा है)।
- तली-भुनी और प्रोसेस्ड चीजों से बचें।
- नियमित रूप से व्यायाम करें और योग अपनाएं।
नोट: ये उपाय शुरुआती लक्षणों में फायदेमंद हैं, लेकिन अगर समस्या गंभीर है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।