भस्त्रिका प्रदायाम
भस्त्रिका pradaayam से कई गुना अधिक ऑक्सीजन मिलता हे। अस्थमा, कफ , एलर्जी की समस्या दूर होती है।
मधुमेह की समस्या दूर होती है। व्यक्ति स्वंम को युवा महसूस करता है। सुखपूर्बक बैठकर गर्दन और रीढ़ को विल्कुल सीधा रखे और ज्ञान मुद्रा लगाए। प्रसनत्ता पूर्बक वा शांतचित्त होकर, पूरी शक्ति के साथ गहरी सांस फेफड़े मैं भरो। जितना दबाब सांस लेते समय हो, उतने ही दबाब के साथ सांस बाहर निकलने दें। सांस लेने छोड़ने मैं ढाई - ढाई सेकंड का समय लगाएं। सांस भरते समय हल्का पीछे झुकें सांस छोड़ते हुए हल्का आगे झुकें। उच्च रक्तचाप, कमर मैं दर्द , हर्निया के रोगी इसे ना करें।
रोज़ाना केवल २ से 5 मिनट करें।
कैंसर जैसे रोग मैं इसे १० मिनट तक किया जा सकता है।
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