सौलर पैनल
सामान्य सी बात है कि सोलर ऊर्जा से हर व्यक्ति परिचित होगा यह ऊर्जा हमें सूर्य से प्राप्त होती है सूर्य का द्रव्यमान 19891030 किलोग्राम है और पृथ्वी से सूरज की दूरी 150000000 किलोमीटर है और यह 4.6 अरब बरसों से प्रकाशमान है।
ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोत में सबसे पहला नाम सोलर पैनल का आता है सोलर पैनल के आने से बहुत बड़ा लाभ आम जनता को हुआ है। सोलर पैनल का प्रयोग हम सभी गांव में सबसे ज्यादा कर सकते हैं क्योंकि वहां पर बिजली उत्पादन इतना ज्यादा नहीं होता है। गांव और कस्बों में बिजली सही तरीके से नहीं आती है अतः हम यहां पर सोलर पैनल का उपयोग करके ऊर्जा को एक वैकल्पिक रूप से प्रयोग कर सकते हैं।
सोलर पैनल के आने से शहरी इलाके भी प्रभावित होंगे क्योंकि शहरों में फैक्ट्रियां ज्यादा है और मशीनी उपयोग सबसे ज्यादा इस्तेमाल में लाए जाते हैं यहां पर बिजली की मदद से सभी काम किए जाते हैं और जब बिजली चली जाती है तो वहीं पर काम रूक जाता है। यदि हम यहां पर सोलर पैनल का इस्तेमाल करेंगे तो बिजली के जाने का इतना ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा।
सोलर पैनल के आने से बिजली की कम खपत होगी तथा इसके बदले में सूर्य की एनर्जी को सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाएगा जो हमारे लिए बहुत ही लाभदायक होगा।
2. जीवाश्म ईंधन
जीवाश्म ईंधन एक ऐसा वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत है जो प्राकृतिक रूप से पृथ्वी से प्राप्त हो जाता है। यह ईंधन ऐसे ईंधन होते हैं जिनका निर्माण लाखो वर्ष पहले जमीन में दबे मृत पशुओं या पौधों से हुआ है। आजकल सभी जगहों पर पक्के मकानों को बनाया जा रहा है जिसकी वजह से कच्ची जमीनों का विनाश होता जा रहा है जिसकी वजह से मानव पृथ्वी के अंदर दबे हुए जीवाश्म ईंधन को प्राप्त नहीं कर पा रहा है। दूसरी तरफ ग्लोबल वार्मिंग होने की वजह से पृथ्वी पर बहुत बुरा असर हो रहा है कहीं-कहीं पर चट्टाने धसक रही है तो कहीं पर भूमि की क्षति हो रही है इन सब की वजह से जीवाश्म ईंधन मिल पाना बहुत दुर्लभ होता जा रहा है।
3.पवन ऊर्जा
वायु की गतिज ऊर्जा को ही पवन ऊर्जा के नाम से जाना जाता है अगर वायु की तीव्र गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाए तब उससे 1 हॉर्स पावर शक्ति की प्राप्ति की जा सकती है। लेकिन यदि इसकी गति 20 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाए तब उससे 8 हॉर्स पावर ऊर्जा प्राप्त हो सकती है। भारत में 2 मेगा वाट की पवन चक्की गुजरात के ओखला नामक स्थान पर स्थापित की गई है। इसमें पवन चक्की को ब्लेड की सहायता से घुमाया जाता है पवन चक्की के ब्लेडों से हवा टकराती है और यह ब्लड घूमने लगता है।
नाभिकीय ऊर्जा
हर एक परमाणु के अंदर एक नाभिकीय ऊर्जा विद्यमान रहती है नाभिकीय ऊर्जा परमाणु के टूटने से प्राप्त होती है और उनके जुड़ने से भी प्राप्त होती है। यूरेनियम धातु नाभिकीय विखंडन प्रक्रिया के लिए एक अच्छा विकल्प है।
एलपीजी या द्रवित पेट्रोलियम गैस
सामान्य रूप से रसोई घरों में जो गैस प्रयोग में लाई जाती है उसे एलपीजी कहा जाता है इस गैस को पेट्रोलियम के द्वारा प्राप्त की जाती है। और यह गैस मुख्य रूप से ब्यूटेन तथा आइसोब्यूटेन का मिश्रण होता है।
सीएनजी संपीडित प्राकृतिक गैस
यह तेल के कुएं में पेट्रोलियम के ऊपर प्राकृतिक गैस के रूप में प्राप्त की जाती है। इस गैस का मुख्य अवयव मिथेन गैस होता है।